आपको आज की इस कहानी का शीर्षक शायद किसी हथोड़े की चोट की तरह से लगा होगा । लगना भी चाहिए और आप मेरी बात से पूरी तरह से सहमत भी हो जाएँगे इस पूरी कहानी को जानने के बाद । याद है कुछ समय पहले मैंने आपका परिचय भोलू से कराया था कहानी भोलू का दर्द के माध्यम से । इस तस्वीर को देखने के बाद आपको शायद उसकी कहानी याद आ जाए । भोलू नाम की छोटी सी मादा पिल्ले की बचपन में एक लापरवाह कार वाले ने सड़क पर उसकी टांग को कुचल दिया था । टांग में फ्रेक्चर हो गया था, प्लास्टर बंधा और आप सबने मेरे अनुरोध पर विशेष रूप से उसके जल्द ठीक होने की प्रार्थना की ।
भोली- बचपन में जब चोट लगी थी |
भगवान ने आप सबकी सुनी भी और भोला उर्फ भोली जल्द ही तंदरुस्त होकर दौड़ती – भागती नज़र आने लगी ।
अभी कुछ पिछले कुछ दिनों से भोली गर्भावस्था में थी । उसके खाने-पीने का जितना हो सकता हम ध्यान रख सकते थे कोशिश कर ही रहे थे । कल सुबह देखा दर्द से कराहती सामने सड़क पर घूम रही थी । किसी बेरहम ने उसे भारी पत्थर मार कर अगला पाँव चोटिल कर दिया था । बात यहीं खत्म नहीं हुई – चोट का असर उसके पेट में पल रहे बच्चों पर भी पड़ा । सभी मर गए । अपने चारों नवजात मरे हुए पिल्लों को देख कर भोली बुरी तरह से विलाप करती रही । मुझ में इस बार में ज्यादा लिखने की भी शक्ति नहीं है । पशु कल्याण से जुड़ी एक सामाजिक संस्था ने भोली का प्राथमिक उपचार किया । फ्रेक्चर है या कंधे का डिसलोकेशन, जानने में अगले दो-तीन दिन लग सकते हैं । ठीक होने के लिए तो आप सबकी दुआओं की जरूरत पड़ेगी ही ।
दुख; की मारी फिर से घायल भोली -आज |
हम सब अपने आप को इंसान कहते हैं । इंसानियत का मतलब भी समझना चाहिए । अपने अंदर की हैवानियत को निकालने के लिए किसी बेबस- बेजुबान जानवर को निशाना बनाना कहाँ तक न्याय-संगत आप खुद फैसला कीजिए ।
आप सब मुझे मतलबी, स्वार्थी इंसान भी कह सकते हैं जो आने वाले नव वर्ष के खुशनुमा माहोल का आनंद को दुखद घटनाएँ सुना कर कम करना चाहता है और केवल अनुरोध कर रहा है भोली के लिए दुआ करने की । मुझे आपका उलाहना मंजूर है , लेकिन मैं जानता हूँ आपकी शुभकामनाओं और दुआओं की ताकत को । मुझे उम्मीद है आप निराश नहीं करेंगे । साथ ही क्या मैं उम्मीद कर सकता हूँ कि नए साल के लिए आप अपने आप से एक वायदा करें कि हम अपने आस-पास के पशु-पक्षियों के प्रति संवेदनशील रहेंगे जिससे किसी की भी हालत भोली जैसी ना हो जाए ।
ईश्वर इस मूक प्राणी को शीघ्र स्वस्थ करे और भविष्य में किसी को भी इतना कष्ट न दे, यही प्रार्थना है ।
ReplyDeleteJAI Mata Di
ReplyDeleteपढ़कर ह्रदय करुणा एवं क्षोभ से भर गया। मैं भोलू के शीघ्र स्वस्थ होने के लिए ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ। पैशाचिक वृत्ति वाले उस व्यक्ति को भी धिक्कारता हूँ।
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